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मेरे एहसास -भाव: 11/30/08 - 12/7/08
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मेरे एहसास -भाव. मेरे मन में बसेरा कर रहे एहसास-भावों को सुधि पाठकों तक पहुंचाना चाहती हूं।. मंगलवार, 2 दिसंबर 2008. आइये , आतंकवाद के खिलाफ हम एकजुट हो जाए. आइये ,आतंकवाद के खिलाफ एक दिन हम सब सिर्फ़ और सिर्फ़ हिन्दी ब्लॉग पर अपना सम्मिलित आक्रोश व्यक्त करे. साभार - आदरणीय सीमा गुप्ता जी का ब्लॉग ( अवश्य पढ़े http:/ mairebhavnayen.blogspot.com/. प्रस्तुतकर्ता. स्वाति. 8 टिप्पणियां:. लेबल: अपनों से अपनी बात. नई पोस्ट. पुराने पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. सदस्यता लें संदेश (Atom). छोटे उस्ताद. Mere naal bhangda karlo.
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मेरे एहसास -भाव: 12/28/08 - 1/4/09
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मेरे एहसास -भाव. मेरे मन में बसेरा कर रहे एहसास-भावों को सुधि पाठकों तक पहुंचाना चाहती हूं।. सोमवार, 29 दिसंबर 2008. सभी पाठको को नए वर्ष की हार्दिक शुभकामनाये! तब निरंतर जारी रहता ,हसने का क्रम. अब एक मुस्कराहट भी आ जाए , तो बड़ी बात है ।. तब हजारो रेसिपिया संजोते थे डॉयरियो में हम. अब एक व्यंजन. भी बन जाए , तो बड़ी बात है ।. तब हजारो गीत गुनगुनाते थे हम. अब एक पंक्ति भी गा. पाये ,तो बड़ी बात है ।. तब एकदम निश्चिंत ,एकदम बेफिक्र थे हम ,. प्रस्तुतकर्ता. स्वाति. लेबल: मेरी कविता. नई पोस्ट. मेरा प...मेर...
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मेरा कमरा: ज़िन्दगी
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मेरा कमरा. Friday, June 5, 2009. ज़िन्दगी. मैं खींच लूँगा आकाश से नीली चादर. और सफ़ेद बादलों से नरम तकिया,. घास से मांग लूँगा हरा कालीन. और पेड़ से छप्पर,. तुम्हारे लिए सब कुछ वैसा ही रखूँगा,. शरद के आकाश में आधा चाँद,. झींगुरों का संगीत. और जुगनुओं की टिमटिमाती रौशनी. रात को लगने वाली प्यास के लिए पास की नदी. और तुम्हे रिझाने के लिए कुछ नक्षत्र और आकाशगंगा. हवा भी मंद मंद तुम्हारे बालों को सहलाती चलेगी. और एक नयी कविता लिखेंगे. और तुम्हारी रौशनी में. Friday, June 05, 2009. June 5, 2009 at 2:00 PM. सहल...
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!!๑۩۞۩๑अंतर्मन के भावों से๑۩۞۩๑!!: मैं बदलते युग का उत्थान हूं
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๑۩۞۩๑अंतर्मन के भावों से๑۩۞۩๑! कुछ बातें अनकही अंतर्मन की! Saturday, 7 July 2012. मैं बदलते युग का उत्थान हूं. खुद पर ही करता मैं अभिमान हूं. मैं बदलते युग का हाँ उत्थान . हूं. सपन्न सभी जो बह चुके हैं नयन-नीर से. अपने ह्रदय पर वार किये अपने ही तीर से. पत्थरों में हाँ तराशा हूं खुद को. बन रहा पत्थर या मैं भगवान् हूं. खुद पर ही करता मैं अभिमान हूं. मैं बदलते युग का हाँ उत्थान . हूं. शोलों सी. जल रही हैं. सब दिशायें. आएगी हाँ मौत बनकर आंधियां. ये जीवन ही बन जाये जब. हाँ रणभूमि. यदि मैं आप...यहाँ...
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!!๑۩۞۩๑अंतर्मन के भावों से๑۩۞۩๑!!: तवायफ
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๑۩۞۩๑अंतर्मन के भावों से๑۩۞۩๑! कुछ बातें अनकही अंतर्मन की! Saturday, 22 June 2013. पाँव में बेड़ियाँ जब छनकती हैं. तो बेकल हो नाच. उठते हैं मेरे सभी गम. मजबूरियों की ताल पर. हालातों के राग पर. मैं नाचती जाती हूँ. मैं नाचती जाती हूँ. मैं बाहर से कुछ और. अन्दर से कुछ और. दिखाई जाती हूँ. तमाशबीन इस दुनिया में. मैं ऐसे ही पेश की जाती हूँ. जहाँ मेरे दर्द-ओ -जिस्म. के हर रात सौदे होते हैं. एक दुल्हन की तरहां मैं. हर रात सजाई जाती हूँ. मैं एक माँ,एक बहिन,. एक बेटी,एक बीवी और. एक औरत बाद में. शब्द जो ...मेर...
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!!๑۩۞۩๑अंतर्मन के भावों से๑۩۞۩๑!!: अंतर्मन के भावों से
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๑۩۞۩๑अंतर्मन के भावों से๑۩۞۩๑! कुछ बातें अनकही अंतर्मन की! Saturday, 30 July 2016. अंतर्मन के भावों से. अंतर्मन के भावों से. ह्रदय-अमुक परिभाषित होगा. अग्न लगाते शब्दों का. अर्थ कोई अभिशापित होगा ।. जीवन-मृत्यु की पहेलियाँ. सुख-दुःख के भ्रम को सुलझाती है. काटों में जैसे अधखिली कलियाँ. खिल-खिलकर मुरझाती हैं ।. ह्रदय मेरा निस्पंद हुआ है. अटकी सांसें प्राणों में. क्या हैं वो सब सत्य गाथायें? जो लिखी गीता-पुराणों में ।. नीर तेरे गंगा-जमुना. जिसकी हर बूंद पावन है. Subscribe to: Post Comments (Atom). शब्...
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मेरे एहसास -भाव: 7/20/08 - 7/27/08
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मेरे एहसास -भाव. मेरे मन में बसेरा कर रहे एहसास-भावों को सुधि पाठकों तक पहुंचाना चाहती हूं।. गुरुवार, 24 जुलाई 2008. पर्यावरण की सुरक्षा अपने अस्तित्व को बचाने के लिए. १-अपने घर के आँगन को कच्चा रखे ताकि वर्षा जल अवशोषित हो। वर्षा जल को पाइप द्वारा जमीन में भिजवाए . 2404; esliye ऐसा न करे सब्जी फलो के छिलके इत्यादी अलग करके जानवरों. इससे पेट्रोल कि बचत के साथ साथ कुछ व्ययाम भी होगा. शेष फिर कभी ।. प्रस्तुतकर्ता. स्वाति. 6 टिप्पणियां:. लेबल: लेख. नई पोस्ट. पुराने पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. Mere naal bhangda karlo.
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मेरे एहसास -भाव: 9/13/09 - 9/20/09
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मेरे एहसास -भाव. मेरे मन में बसेरा कर रहे एहसास-भावों को सुधि पाठकों तक पहुंचाना चाहती हूं।. सोमवार, 14 सितंबर 2009. हिन्दी दिवस. आप भी इसका इस्तेमाल करें. प्रस्तुतकर्ता. स्वाति. 10 टिप्पणियां:. लेबल: बधाई संदेश. नई पोस्ट. पुराने पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. सदस्यता लें संदेश (Atom). छोटे उस्ताद. अगली पोस्ट के बारे में सोच रहा हूं. अंग्रेजी से हिंदी अनुवाद सुविधा. अंग्रेज़ी-हिन्दी शब्द अनुवाद. 2404; विजेट लगाइए. लिखिए अपनी भाषा में. इस गैज़ेट में एक त्रुटि थी. शीर्ष टिप्पणीकार. Bada hoke aisa hi plane udaunga.
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मेरे एहसास -भाव: 11/9/08 - 11/16/08
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मेरे एहसास -भाव. मेरे मन में बसेरा कर रहे एहसास-भावों को सुधि पाठकों तक पहुंचाना चाहती हूं।. मंगलवार, 11 नवंबर 2008. आँसू को मुस्कान में ढलते देखा है।. भूख से लड़ती,धूप में तपती. कर्मठ सुकोमल नारी को देखा है।. आँसू को मुस्कान में ढलते देखा है।. गला सूखा, जीभ प्यासी. फिर भी अपने जिगर के टुकड़े को. वक्ष से लगाकर पयपान कराते देखा है।. आँसू को मुस्कान में ढलते देखा है।. मैली कुचैली तार-तार. फटी साडी में सहम कर. तनमन छुपाते देखा है,. खुद भूखे पेट रहकर भी. खुद भीगते हुए भी. हर नई सुबह. स्वाति. 4हिं...6मदद करन&...
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