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एक वाचाल मुख जो कह ना सका...: September 2011
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एक वाचाल मुख जो कह ना सका. वो मूक हृदय बतलाता है. Thursday, September 22, 2011. बस इक झलक तेरी, और हो गया चारो खाने चित,. नज़र के फिसलने को केले का छिलका नहीं लगता. लोग कहते हैं के निगाहें नशीली हैं तेरी,. मुझे इनमे मय तो नहीं दिखता, मैं दिखता हूँ. Links to this post. Remnants of thoughts, during Ramadan. अब तो रमज़ान में भी बस यही कारोबार होता है,. रोज़ा होता है अवाम का, सियासी इफ्तार होता है. इबादत में औ मोहब्बत में बस फर्क इतना है,. Links to this post. सलाम इंडिया. इतमाम = perfection. मगर जो ह&#...
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एक वाचाल मुख जो कह ना सका...: February 2013
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एक वाचाल मुख जो कह ना सका. वो मूक हृदय बतलाता है. Tuesday, February 05, 2013. On Republic Day 2013. आँखें बेबस सी देख रहीं होती हैं जब,. ज़ुबाँ पे इक आह भी आती नहीं. कुछ कहना अगर चाहें तो,. अनसुनी कर देता है, कान, हर आवाज़ को. हाथ उठते भी हैं तो बस कलम थामे,. लिखता जाता हूँ कथनी और करनी का अंतर. दिल कुछ करना जो चाहे कभी,. दिमाग वॉक आउट कर जाता है,. एक "ज़िम्मेदार विपक्ष" की तरह. Links to this post. Subscribe to: Posts (Atom). On Republic Day 2013. The eyes have it. View my complete profile.
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एक वाचाल मुख जो कह ना सका...: September 2013
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एक वाचाल मुख जो कह ना सका. वो मूक हृदय बतलाता है. Thursday, September 26, 2013. आस्था अंधी नहीं. आस्था में सवाल-जवाब की गुंजाइश नहीं. पर जब आस्था पर ही सवाल उठे, तब? सवाल कीजिए. उन बिचौलियों से,. जो आपके और ईश्वर के बीच होने का दावा करते हैं. सवाल कीजिए. उस धर्म से, जिसका काम रास्ता दिखाना है. मगर वो आपको धर्मांध बनाता हो. सवाल कीजिए. खुद से, जिसने भगवान को इतना दूर कर दिया,. कि मध्यस्थों की ज़रूरत पड़ी. सवाल कीजिए. और सवाल किए बिना,. जवाब नहीं मिलता! Links to this post. Thursday, September 12, 2013.
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Artistic Manifestation Under Legislation: Then, I met you.
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Artistic Manifestation Under Legislation. Saturday, April 13, 2013. Then, I met you. Then, I met you. Subscribe to: Post Comments (Atom). Angel, as she calls herself. How one should read. Cancer Diaries — A Silver Lining? मेरा इंतज़ार करना. वो इक सवाल. Then, I met you. A piece of crap! View my complete profile.
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Artistic Manifestation Under Legislation: April 2013
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Artistic Manifestation Under Legislation. Saturday, April 13, 2013. Then, I met you. Then, I met you. Subscribe to: Posts (Atom). Angel, as she calls herself. How one should read. Cancer Diaries — A Silver Lining? मेरा इंतज़ार करना. वो इक सवाल. Then, I met you. A piece of crap! View my complete profile.
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एक वाचाल मुख जो कह ना सका...: December 2011
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एक वाचाल मुख जो कह ना सका. वो मूक हृदय बतलाता है. Wednesday, December 14, 2011. दिल्ली. शोर ही शोर है पर आवाज़ भी है,. मुल्क जो समझे वो अल्फाज़ भी है. बस सियासती पचड़ों का ठिकाना नहीं,. जम्हूरियत का एक परवाज़ भी है. सिर्फ एक ही कौम, इंसानियत का है. गुरबानी है, आरती है, और नमाज़ भी है. हज़रत साहब हैं, ग़ालिब भी यहीं के हैं. सूफियाना, कुछ शायराना अंदाज़ भी है. नफरत भी दिल से औ मुहब्बत भी,. दिल का हाकिम है, दिल नवाज़ भी है. दिलरुबा है तेरी,. इस पर नाज़ भी है. Links to this post. Subscribe to: Posts (Atom).
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एक वाचाल मुख जो कह ना सका...: August 2013
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एक वाचाल मुख जो कह ना सका. वो मूक हृदय बतलाता है. Saturday, August 24, 2013. त्रिवेणी. हवा के झोंके से वो सरकना दुपट्टे का,. वो लटों से आँख मिचौली खेलता रुखसार,. लोग सच ही कहते थे, आज ईद है! Links to this post. Constitution (Forty second Amendment) Act. कर्त्तव्य की भावना जब मौलिक ना रही,. मौलिक कर्त्तव्यों का एक अध्याय आ गया! Links to this post. चंद नज़्म, जश्न-इ-आज़ादी पर. छयासठ बरस में हमनें, कहते हो क्या पाया है? Links to this post. बंधन या आज़ादी? उड़ती हुई पतंग. डोर को, मन ही मन,. Links to this post.
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एक वाचाल मुख जो कह ना सका...: November 2011
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एक वाचाल मुख जो कह ना सका. वो मूक हृदय बतलाता है. Monday, November 28, 2011. हाँ मुमकिन है बेशक, उसका ख़ुदा होना,. इन्सां को नहीं हासिल मगर इन्सां होना. पढ़ रक्खा है सबने ही सबक नेकी का लेकिन,. है शराफत का हशर सहूलियत पे फना होना. कुफ्र को ही देखो ईमान बना लिया हमने,. रास आता न था हमको भी बे-ईमां होना. के भड़कते नहीं शोले दिलों में शायरी से अब,. बढ़ रहा है यों हर शेर पे वाह-वाह होना. उठेंगी उँगलियाँ ही बस जो आवाज़ दोगे,. Links to this post. Subscribe to: Posts (Atom). The eyes have it.
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एक वाचाल मुख जो कह ना सका...: February 2012
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एक वाचाल मुख जो कह ना सका. वो मूक हृदय बतलाता है. Tuesday, February 14, 2012. Contrasting views on Valentine's day :). मोहब्बत के नाम पर तुम करते हो नुमाइश,. जाहिर सी बात है ये, समझना मुश्किल नहीं है. मैं करता हूँ इश्क तो तुम "तहज़ीब" सिखाते हो. मेरे पास दिल नहीं मेरा, तुम्हारे पास दिल नहीं है. Links to this post. Subscribe to: Posts (Atom). Contrasting views on Valentines day :). The eyes have it. View my complete profile.
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एक वाचाल मुख जो कह ना सका...: August 2012
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एक वाचाल मुख जो कह ना सका. वो मूक हृदय बतलाता है. Thursday, August 30, 2012. रोज़ रात,. जब मैं ऑफिस से घर जाती,. चाँद मेरे साथ-साथ चलता. मुझे देखकर मुस्कुराता,. मैं उस से अपने किस्से सुनाती,. पर वो कुछ न कहता,. अजीब दोस्त था मेरा! उस रात,. जब मैं हवस का शिकार हुई,. चाँद तब भी खामोश था. मैं चीखी, चिल्लाई,. लड़-हार कर मेरे अन्दर की लड़की अब मर गयी थी. पर उस दरिन्दे को इस से क्या मतलब,. उसे तो बस देह चाहिए था. और देह मेरा, अब भी जिंदा था. या शायद "भूख" मिट गयी उसकी. संयम उसने खोया,. और वो,. किसी...या ...