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! विख्यात ! : July 2012
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विख्यात! जीवन में ह्रदय के उदगार विभिन्न रूप में प्रकट होते हैं.कभी कहानी कभी कविता से भरा ये ब्लॉग. शनिवार, 28 जुलाई 2012. पर बात इतनी सी नहीं . पर बात इतनी सी नहीं . जैसे तुम चाहते हो. मैं वैसे ही वस्त्र धारण कर लेती ,. यदि इससे रूक सकता. स्त्री से दुर्व्यवहार! सच मानो मैं अपनी देह को. ढक लेती हजार बार! पर बात इतनी सी नहीं . स्त्री की देह मात्र देह नहीं. वो है दुश्मन को नीचा. दिखाने का साधन ;. आज से नहीं. युगों युगों से ,. सीता हरण ;द्रौपदी का. चीर हरण ,. आज ये चलन? स्त्री देह ,. मर मर कर हमने कभ...
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! विख्यात ! : December 2012
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विख्यात! जीवन में ह्रदय के उदगार विभिन्न रूप में प्रकट होते हैं.कभी कहानी कभी कविता से भरा ये ब्लॉग. सोमवार, 31 दिसंबर 2012. सीता अपमान का प्रतिउत्तर! आज जनकपुर स्तब्ध भया ; डोल गया विश्वास है ,. जब से जन जन को ज्ञात हुआ मिला सीता को वनवास है . मिथिला के जन जन के मन में ये प्रश्न उठे बारी बारी ,. ये घटित हुई कैसे घटना सिया राम को प्राणों से प्यारी ,. ये कुटिल चाल सब दैव की ऐसा होता आभास है . जीवन में शेष कुछ न रहा टूटी मन की सब आस है . HkbZ ewd&acf/kj vc dgs&alqus fdlls vkSj D;k. अग्नि -पर...सती...
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हिंदुस्तान की आवाज़ -- आपकी धरोहर: 7/10/11 - 7/17/11
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हिंदुस्तान की आवाज़ - आपकी धरोहर. शनिवार, 16 जुलाई 2011. दोस्तों अब ये झंडा झुका दो. दोस्तों अब ये झंडा झुका दो. ये जो होता है सोचा नहीं था. ये बुरा खवाब अपना नहीं था. आदमी कैसे-कैसे बिक रहा है? हमको अब कोई तो जवाब दो. दोस्तों अब ये झंडा झुका दो. पेट बच्चों का भरने की खातिर. एक माँ ने अपनी अस्मत लुटाई है. हर एक खतरे की जद में. चाहे बहना हो या चाहे भाई. अरे कोई तो इनको बचा लो . दोस्तों अब ये झंडा झुका दो. प्रस्तुतकर्ता blogtaknik. 5 टिप्पणियाँ. इसे ईमेल करें. Twitter पर साझा करें. लेबल: कसाब. जन गण मन,...
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मेरा आपका प्यारा ब्लॉग: May 2013
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मेरा आपका प्यारा ब्लॉग. मेरे नन्हे -मुन्ने दोस्तों के लिए . सोमवार, 27 मई 2013. टीटू बन्दर चला बन-ठन कर ससुराल. टीटू बन्दर चला एक दिन बन-ठन कर ससुराल ,. जेठ की गर्मी में लू खाकर हाल हुआ बेहाल! सासू माँ ने पिलवाई उसको कोकाकोला ,. दम में दम आई तब जाकर टीटू बन्दर बोला! सासू माँ तुम कितनी अच्छी ठंडा मुझे पिलाया ,. मैं भी गठरी में रखकर कुछ तुम को देने आया! गठरी खोली सासू माँ ने उसमे था खरबूजा ,. ले बलैय्या टीटू की बोली न तुझ सा दूजा! शिखा कौशिक 'नूतन'. प्रस्तुतकर्ता. 1 टिप्पणी:. शनिवार, 11 मई 2013. ऑटो ...
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सागर: क्षमा-याचना
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मैं सागर हूँ ,इस सागर की बस इतनी सी परिभाषा है! जो बूँद-बूँद में भर जाता,पर बूँद-बूँद को प्यासा है! Saturday, 11 August 2012. क्षमा-याचना. प्रिय साथियों ,. आपका स्नेहाकांक्षी I. ग़म -ए-फ़िराक़ में जो मुझको तर-बतर कर दे. मेरे मौला मुझे वो इश्क़ तू नज़र कर दे. कोई फ़रेबी शमाँ फिर न मुझे पिघलाए. मेरे वजूद को तू मोम का पत्थर कर दे. मेरा गुमनामियों का शौक़ बना रहने दे. ये शोहरतों का नशा ,मुझपे बेअसर कर दे. मेरे मौला मुझे तू फिर से इक सफ़र कर दे. 11 August 2012 at 07:09. 11 August 2012 at 07:11. अरुण क&#...
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मैंने पढ़ी है: गुरु को नमन
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मैंने पढ़ी है. वन्देमातरम जय हिन्द. शुक्रवार, 15 जुलाई 2011. गुरु को नमन. गुरु ब्रह्म गुरु विष्णु गुरु देवो महेश्वरः. गुरु साक्षात् पर ब्रह्म तस्मै श्री गुरुवे नमः. गुरु गोविंद दोऊ खड़े, काके लागूं पाय।. बलिहारी गुरु आपकी, गोविंद दियो बताए।।. बंदउ गुरु पद कंज कृपा सिंधु नररूप हरि।. महामोह तम पुंज जासु बचन रबि कर निकर।।. बंदउ गुरु पद पदुम परागा। सुरुचि सुबास सरस अनुरागा।।. जथा सुअंजन अंजि दृग साधक सिद्ध सुजान।. राम भक्ति जहँ सुरसरि धारा। सरसइ ब्र...बिधि निषेधमय कलि मल हरन...हरि हर कथा ब...बटु...
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mangopeople: "दी" इटैलियन जॉब -----------mangopeople
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मेरा देश महान सौ में से निन्यानबे बईमान. February 14, 2013. दी" इटैलियन जॉब - - - - - -mangopeople. चलते चलते. कांग्रेस. मोदी, साम्प्रदायिकता. प्रस्तुतकर्ता. प्रतिक्रियाएँ:. लेबल: इटैलियन जॉब. घोटाला. सी बी आई. हेलिकॉप्टर. डॉ. मोनिका शर्मा. Thu Feb 14, 12:50:00 PM. मीडिया ट्रायल के समय ही क्यों? देश की छवि का ख्याल ऐसे कारनामों को अंजाम देते समय नहीं आता इन्हें . Fri Feb 15, 10:48:00 AM. Thu Feb 14, 02:33:00 PM. Fri Feb 15, 11:18:00 AM. शालिनी कौशिक. Thu Feb 14, 03:57:00 PM. Fri Feb 15, 10:50:00 AM.
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mangopeople: कुपोषित भावनाओ को चवनप्रास खिलाये ! - - - - - mangopeople
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मेरा देश महान सौ में से निन्यानबे बईमान. February 06, 2013. कुपोषित भावनाओ को चवनप्रास खिलाये! कमजोर भावनाओ वाले लोग इस लेख को न पढ़े आप की भावनाए आहत हो सकती है ।. टीवी पर आज कल एक सरकारी विज्ञापन आ रहा है ,. पापा पापा स्कुल के बच्चे मुझे बुद्धू कहते है , क्योकि मुझे जल्दी बाते समझ नहीं आती है ।. चलते चलते. स्पष्टीकरण. प्रस्तुतकर्ता. प्रतिक्रियाएँ:. लेबल: आहत भावनाए. प्रतिबन्ध. साहित्य. Wed Feb 06, 01:57:00 PM. Wed Feb 06, 10:06:00 PM. Wed Feb 06, 02:32:00 PM. Wed Feb 06, 10:08:00 PM. ब्लॉग ब...भाव...
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BEST BLOG OF THE WEEK: BEST BLOG OF THE WEEK-चिट्ठा चर्चा
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BEST BLOG OF THE WEEK. यह मेरा स्वयं का विश्लेषण है . THIS IS MY OWN VIEW . रविवार, 31 मार्च 2013. BEST BLOG OF THE WEEK-चिट्ठा चर्चा. BEST BLOG OF THE WEEK [31-3-2013 /7 -4 -. इस ब्लॉग पर यह सम्मान प्रदान किया जा रहा -. चिट्ठा चर्चा. ब्लॉग को. चिट्ठा -चर्चा परिवार को हार्दिक शुभकामनायें! प्रस्तुतकर्ता. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. Pinterest पर साझा करें. लेबल: 31-3-2013 /7 -4 -2013]. 2 टिप्पणियां:. शालिनी कौशिक. ने कहा…. अनूप शुक्ल. अरे वाह!
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साहित्यालोचन: *** खोजने दो मुझे अपना खुद का वसंत !
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Monday, April 15, 2013. खोजने दो मुझे अपना खुद का वसंत! ज के साहित्य में वसंत की पड़ताल की जाए तो निश्चित ही यह समझ बनती है कि कहीं साहित्य से उसका सम्बन्ध ऐतिहासिक तो नहीं था! साहित्य में वसंत की यह परंपरा एक लम्बे समय या कालान्तारों के. साथ चलती रही लेकिन अपने समकालीन पड़ाव पर आते हुए वह इस तरह से बिखरी कि उसका अनुमोदन. गैर-मानवतावादी प्रवृत्तियों से! कह गए सारे अग्रज ऋतु वसंत की. है मदमाती छलकाती यौवन सौन्दर्य प्रेम का. क्या सचमुच यही वसंत है! डॉ. अरुणाकर पाण्डेय. आभार सहित). April 15, 2013 at 10:44 PM.