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दिवाकरस्य वार्त्ताः: जरा इधर भी तो नजर डालिए, जनाब.....
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दिवाकरस्य वार्त्ताः. स्वागतम्! कुछ दिल की, कुछ इधर-उधर की बातें.बांटने आया हूं आपसे. गुरुवार, 17 जून 2010. जरा इधर भी तो नजर डालिए, जनाब. बहुत हुई बकवास. कि अब अमर करें बनवास. कि छोड़ दिया मुलायम गद्दी. कि अब करें वे. ब्लॉगवास. कि अब वे उचरें कांग्रेस-राग. कि अब गाएंगे वो गीत. कि अब बने वो मैडम के मीत. तो भैया, बहुत हुई बकवास. अब रहो ना तुम उदास. और कुछ इधर-उधर से लेके. निकालो अपनी भी भड़ास. चित्र गूगल मियां की कृपा से]. दिवाकर मणि. अङ्कितक : कुछ बेसिर की. नेता-पुराण. 18 जून 2010 को 7:21 pm. दिव...
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दिवाकरस्य वार्त्ताः: April 2008
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दिवाकरस्य वार्त्ताः. स्वागतम्! कुछ दिल की, कुछ इधर-उधर की बातें.बांटने आया हूं आपसे. मंगलवार, 29 अप्रैल 2008. यादें. उनकी यादों के झरोखों में. मैं ही मैं था. जाने क्या बात हुई. उन झरोखों में. किसी और का वजूद था. क्या ख़ता हुई मुझसे. यह तो मालूम नहीं. लेकिन रुसवाई उनकी. दिल को चूर कर गयी. जब मैंने देखा था उनको पहली बार. और हम दोनों की नजरें हुई थीं चार. तब मैंने पाया था उनमें. अपने लिए असीमित प्यार. फिर क्योंकर बदल गयीं वह नजरें? मुझे याद आ रही है वो शाम. वो लेटी थी. कोई बात नहीं. Links to this post.
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दिवाकरस्य वार्त्ताः: May 2010
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दिवाकरस्य वार्त्ताः. स्वागतम्! कुछ दिल की, कुछ इधर-उधर की बातें.बांटने आया हूं आपसे. मंगलवार, 18 मई 2010. राघवेन्द्र, आप बहुत याद आओगे……. वासांसि जीर्णानि यथा विहाय नवानि गृह्णाति नरोऽपराणि।. तथा शरीराणि विहाय जीर्णान्यन्यानि संयाति नवानि देही॥. जिस प्रकार एक मनुष्य पुराने व फटे वस्त्रों को त्यागकर दूसरे नये वस्त्रों को ग्रहण करता है. वेदाविनाशिनं नित्यं य एनमजमव्ययम्।. कथं स पुरुषः पार्थ कं घातयति हन्ति कम्।।. यह अजन्मा. सनातन और पुरातन है. आग जला नहीं सकती. यह नित्य. सर्वव्यापी. बंधुओं. 16 टिप...
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दिवाकरस्य वार्त्ताः: July 2007
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दिवाकरस्य वार्त्ताः. स्वागतम्! कुछ दिल की, कुछ इधर-उधर की बातें.बांटने आया हूं आपसे. गुरुवार, 19 जुलाई 2007. आजकल मनमोहन जी दुःखी हैं. बेनकाब टी.वी. के अनुसार हनीफ की माँ का रोना ही मनमोहन जी के नींद नहीं आने का सर्वप्रमुख कारण है । आखिर मनमोहन जी करें भी तो क्या करें? देश के संसाधनों पर सर्वप्रथम हक वाला. आस्ट्रेलियाई सरकार के द्वारा तंग किया जा रहा है! संसाधनों पर पहले हक वालों. हक वाले. कश्मीर में कुछ. बेहक वालों. हनीफ के अलावा एक और. हक वाला. दिवाकर मणि. 1 टिप्पणी:. Links to this post. एके सत&#...
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दिवाकरस्य वार्त्ताः: मौत से जूझते एक ब्लॉगर को जरुरत है आपके शुभकामनाओं की..
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दिवाकरस्य वार्त्ताः. स्वागतम्! कुछ दिल की, कुछ इधर-उधर की बातें.बांटने आया हूं आपसे. शुक्रवार, 14 मई 2010. मौत से जूझते एक ब्लॉगर को जरुरत है आपके शुभकामनाओं की. ब्लॉगर मित्रों. हमें पता होता है कि जीवन का हर क्षण बड़ा ही परिवर्तन भरा होता है. लेकिन उसे यथावत् स्वीकारना कितना कठिन होता है. राघवेन्द्र गुप्ता. जिन्होंने कुछ माह पूर्व ब्लॉग की आभासी दुनिया में. नामक ब्लॉग. के साथ कदम रखा है. शायद ऑपरेशन करना पड़े। लेकिन. राघवेन्द्र गुप्ता. जो सी-डैक. अतृप्त तृष्णा. दल-दल रूपी भंवर मे...प्रयत...
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दिवाकरस्य वार्त्ताः: राघवेन्द्र, आप बहुत याद आओगे……
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दिवाकरस्य वार्त्ताः. स्वागतम्! कुछ दिल की, कुछ इधर-उधर की बातें.बांटने आया हूं आपसे. मंगलवार, 18 मई 2010. राघवेन्द्र, आप बहुत याद आओगे……. वासांसि जीर्णानि यथा विहाय नवानि गृह्णाति नरोऽपराणि।. तथा शरीराणि विहाय जीर्णान्यन्यानि संयाति नवानि देही॥. जिस प्रकार एक मनुष्य पुराने व फटे वस्त्रों को त्यागकर दूसरे नये वस्त्रों को ग्रहण करता है. वेदाविनाशिनं नित्यं य एनमजमव्ययम्।. कथं स पुरुषः पार्थ कं घातयति हन्ति कम्।।. यह अजन्मा. सनातन और पुरातन है. आग जला नहीं सकती. यह नित्य. सर्वव्यापी. बंधुओं. अङ्कì...
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दिवाकरस्य वार्त्ताः: January 2008
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दिवाकरस्य वार्त्ताः. स्वागतम्! कुछ दिल की, कुछ इधर-उधर की बातें.बांटने आया हूं आपसे. मंगलवार, 29 जनवरी 2008. बचपन का वह कॉमिक्स-प्रेम. आज ब्लॉग-दर-ब्लॉग घूम रहा था कि अचानक एक "चिट्ठे" पर नजर पड़ी, जिसके चिट्ठाकार भाई प्रतीक ने चाचा चौधरी के कॉमिक्स पर बड़ा ही रोचक. लिखा है,. दिवाकर मणि. 2 टिप्पणियां:. Links to this post. अङ्कितक : हृदयोद्गार. आही रे बालम चिरई (निरगुन). कवना खोतवा में लुकइलो,. आहिरे बालम चिरई ।. बन-बन ढूँढलीं, दर-दर ढूँढलीं,. ढूँढलीं होत फजीरे. कवने अतरे में,. Links to this post. सì...
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दिवाकरस्य वार्त्ताः: March 2009
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दिवाकरस्य वार्त्ताः. स्वागतम्! कुछ दिल की, कुछ इधर-उधर की बातें.बांटने आया हूं आपसे. शुक्रवार, 27 मार्च 2009. भारतीय नववर्ष 2066 वि.सं. हेतु हार्दिक शुभेच्छाएँ. शिवमय सुखमय ऋद्धि-सिद्धिमय. नित्य नवल समृद्धि-वृद्धिमय. शान्ति-शक्तिमय प्रीति-भक्तिमय. नित-नूतन उत्कर्ष आपका. मंगलमय हो नववर्ष 2066 आपका ॥. दिवाकर मणि. 2 टिप्पणियां:. Links to this post. अङ्कितक : हृदयोद्गार. मंगलवार, 17 मार्च 2009. शासन-प्रणाली का सच. मनीहोल्डर. श्रमिक वर्ग. अगली पीढ़ी. 2404; आई बात समझ में? कि जब हमारे. आप तो बस पढ़...
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दिवाकरस्य वार्त्ताः: September 2009
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दिवाकरस्य वार्त्ताः. स्वागतम्! कुछ दिल की, कुछ इधर-उधर की बातें.बांटने आया हूं आपसे. गुरुवार, 3 सितंबर 2009. मणिना दिवाकराय नमः. प्रातः की इस वेला में. प्राची में आ रहे भाष्कर से. केवल यही है विनती. कि मेरे सहचरों को रखो. स्वस्थ एवं सानन्द. करते रहें अनथक वे कार्य. जब तक कि उनमें है दृढ़. विश्वास. भी देख सकते हैं. चित्र को अभी-अभी बनाया है.]. दिवाकर मणि. 6 टिप्पणियां:. Links to this post. अङ्कितक : हृदयोद्गार. बुधवार, 2 सितंबर 2009. ईश्वर के नाम एक शिशु का पत्र. आपका हीं. दिवाकर मणि. Links to this post.
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दिवाकरस्य वार्त्ताः: June 2010
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दिवाकरस्य वार्त्ताः. स्वागतम्! कुछ दिल की, कुछ इधर-उधर की बातें.बांटने आया हूं आपसे. गुरुवार, 17 जून 2010. जरा इधर भी तो नजर डालिए, जनाब. बहुत हुई बकवास. कि अब अमर करें बनवास. कि छोड़ दिया मुलायम गद्दी. कि अब करें वे. ब्लॉगवास. कि अब वे उचरें कांग्रेस-राग. कि अब गाएंगे वो गीत. कि अब बने वो मैडम के मीत. तो भैया, बहुत हुई बकवास. अब रहो ना तुम उदास. और कुछ इधर-उधर से लेके. निकालो अपनी भी भड़ास. चित्र गूगल मियां की कृपा से]. दिवाकर मणि. 20 टिप्पणियां:. Links to this post. नेता-पुराण. त उन्ही क&#...बाक...