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अर्पित ‘सुमन’: Tuesday, April 07, 2015
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अर्पित ‘सुमन’. मुख्यपृष्ठ. बावरा मन. मंगलवार, 7 अप्रैल 2015. दो बूँद अश्क पीकर. पाक हुई रूह. खाली दामन को. काँटों से भर. आबाद हुआ ज़िस्म. जिंदगी की मज़ार पर. अधूरे अरमानों ने सजदा किया! पर सु-मन (Suman Kapoor). जिन्दगी. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. Links to this post. नई पोस्ट. पुराने पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. सदस्यता लें संदेश (Atom). मैं. सु-मन. सु-मन (Suman Kapoor). मंडी, हिमाचल प्रदेश, India. नव्या में प्रकाशित. मेरी कौन हो तुम! तेरे बगैर. बागवां. This work is li...
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चर्चामंच: "चहकी कोयल बाग में" {चर्चा अंक - 1970}
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Saturday, May 09, 2015. चहकी कोयल बाग में" {चर्चा अंक - 1970}. मित्रों।. शनिवार की चर्चा में आपका स्वागत है।. देखिए मेरी पसन्द के कुछ लिंक।. डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'). रोज होता है. होता चला आ रहा है. बस मतलब रोज का रोज. बदलता चला जाता है. उलूक टाइम्स. पर सुशील कुमार जोशी. दो कुण्डलियाँ-कोयल चहकी". कह “मयंक” कविराय, आज शाखाएँ बहकी।. होकर भावविभोर, तभी तो कोयल चहकी।।. पथ का मूयांकन. पथिक नहीं. मंजिल करती है. पर udaya veer singh. पर विशाल चर्चित. नहीं बजाती. आस का दीपक. बावरा मन. MaiN Our Meri Tanhayii.
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सप्तरंगी प्रेम: March 2011
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सप्तरंगी प्रेम. सोमवार, 28 मार्च 2011. गजल : उपेन्द्र 'उपेन'. शर्मा गई चांदनी जब रूख से नकाब हट देखा. इस ज़मीन पर भी एक सुंदर सा चाँद खिला देका. फ़ैल गयी हर जगह रोशनी रोशन हो उठी फिजां. बड़े आश्चर्य से सबने हुश्न -ऐ- चिराग जला देखा. छिपता फिर रहा चाँद बादलों में इधर से उधर. इस चाँद के आगे सबने उस चाँद को बुझा- बुझा देखा. छाई रही मस्ती मदहोश हो गए देखने वाले. रूक गयी धड़कने सबने वक्त भी रुका रुका देका. संपर्क : upen1100@yahoo.com. अंतर्जाल पर सृजन शिखर. प्रस्तुतकर्ता. जीवन-वृत्त. हिलोंर&...और फिर न&...
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सप्तरंगी प्रेम: June 2015
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सप्तरंगी प्रेम. शनिवार, 13 जून 2015. जब से मैं रंगा हूँ तेरे प्रेम रंग में रंग रसिया. सप्तरंगी प्रेम' ब्लॉग पर आज प्रेम की सघन अनुभूतियों को समेटती सुभाष प्रसाद गुप्ता की कविताएं. आपकी प्रतिक्रियाओं का इंतजार रहेगा. जब से मैं रंगा हूँ तेरे प्रेम रंग में रंग रसिया,. मेरा तन मन सब इंद्रधनुषी होने लगा हैI. जब से मिला है धरकन तेरे सुर में प्रेम पिया,. मध्यम के बिना सुर सप्तक सजने लगा हैI. जब से चला है तेरे प्रेम का जादू मन माहिया,. नाम : सुभाष प्रसाद गुप्ता. जन्म तिथि : ०७/ १/ १९७५. जन्म स्थì...शिक...
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सप्तरंगी प्रेम: November 2013
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सप्तरंगी प्रेम. रविवार, 3 नवंबर 2013. यही प्यार है. दो अजनबी निगाहों का मिलना. मन ही मन में गुलों का खिलना. हाँ, यही प्यार है! आँखों ने आपस में ही कुछ इजहार किया. हरेक मोड़ पर एक दूसरे का इंतजार किया. हाँ, यही प्यार है! आँखों की बातें दिलों में उतरती गई. रातों की करवटें और लम्बी होती गई. हाँ, यही प्यार है! सूनी आँखों में किसी का चेहरा चमकने लगा. हर पल उनसे मिलने को दिल मचलने लगा. हाँ, यही प्यार है! चाँद व तारे रात के साथी बन गये. हाँ, यही प्यार है! कृष्ण कुमार यादव. नई पोस्ट. ब्लॉग के स...और वर्ष 2...
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सप्तरंगी प्रेम: February 2014
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सप्तरंगी प्रेम. शुक्रवार, 14 फ़रवरी 2014. प्रेम जीवन की परिभाषा है. सप्तरंगी प्रेम' ब्लॉग पर आज. वेलेंटाइन डे' पर. प्रेम की सघन अनुभूतियों को समेटती लीला तिवानी की एक कविता. आपकी प्रतिक्रियाओं का इंतजार रहेगा. प्रेम मन की आशा है,. करता दूर निराशा है,. चन्द शब्दों में कहें तो,. प्रेम जीवन की परिभाषा है. प्रेम से ही सुमन महकते हैं,. प्रेम से ही पक्षी चहकते हैं,. चन्द शब्दों में कहें तो,. प्रेम से ही सूरज-चांद-तारे चमकते हैं,. ऋतुओं में बसंत बहार है,. प्रेम आनंद का आधार है. प्रकृति के...सप्तर...
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सप्तरंगी प्रेम: January 2011
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सप्तरंगी प्रेम. सोमवार, 31 जनवरी 2011. कमनीय स्वप्न : आशीष. कौन थी वो प्रेममयी , जो हवा के झोके संग आई. जिसकी खुशबू फ़ैल रही है , जैसे नव अमराई. क्षीण कटि, बसंत वसना, चंचला सी अंगड़ाई. खुली हुई वो स्निग्ध बाहें , दे रही थी आमंत्रण. नवयौवन उच्छश्रीन्खल. लहराता आंचल प्रतिक्षण. लावण्य पाश से बंधा मै, क्यों छोड़ रहा था हठ प्रण. मृगनयनी,तन्वांगी , तरुणी, उन्नत पीन उरोज. अविचल चित्त , तिर्यक दृग ,अधर पंखुड़ी सरोज. के माध्यम से सक्रियता. प्रस्तुतकर्ता. सोमवार, जनवरी 31, 2011. लेबल: आशीष. जब सूख जाय...वो ...
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अर्पित ‘सुमन’: Tuesday, December 23, 2014
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अर्पित ‘सुमन’. मुख्यपृष्ठ. बावरा मन. मंगलवार, 23 दिसंबर 2014. टूटती नेमतें. टूट कर बिखर जाती हैं अक्सर नेमतें. वक़्त की शाख से लम्हें झड़ने के बाद! पर सु-मन (Suman Kapoor). नेमतें. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. Links to this post. नई पोस्ट. पुराने पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. सदस्यता लें संदेश (Atom). मैं. सु-मन. सु-मन (Suman Kapoor). मंडी, हिमाचल प्रदेश, India. मेरा पूरा प्रोफ़ाइल देखें. प्रकाशित साझा काव्य संग्रह. मेरी कौन हो तुम! तेरे बगैर. बागवां. This work is licens...